रविवार को महसी तहसील के हरदी थाना क्षेत्र में देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान दो समूहों के बीच झड़प के बाद हिंसा भड़क उठी और बहराइच जल उठा, कई दुकानों और वाहनों को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया। उपद्रव इतना बढ़ा गया कि एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश को पिस्तौल हाथ में लेकर उपद्रवियों को खदेड़ना पड़ा, उनकी ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी है.
कहा जा रहा है कि कल मूर्ति विसर्जन के लिए जुलूस जब महारजगंज बाजार से निकल रहा था तब डीजे बजाने और आपत्तिजनक नारे लगाने पर बहस हो गयी और देखते ही देखते उसने झड़प का रूप ले लिया। इस झड़प के दौरान हुई फायरिंग में के दौरान रेहुआ निवासी 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की गोली लगने से मौत हो गयी जिसके बाद दंगा भड़क गया. जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर इलाके में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। रविवार को शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन उग्र हो गया और गुस्साई भीड़ ने सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया।
इससे पहले रविवार को मिश्रा की मौत के बाद उनके परिवार और अन्य लोगों ने मेडिकल कॉलेज के बाहर शव रखकर मुख्य सड़क को जाम कर दिया। भीड़ ने चार घरों में आग लगा दी, जिससे इलाके में तनाव और बढ़ गया। स्थिति गंभीर होने पर स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए विभिन्न थानों से पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) को तैनात किया गया। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने और व्यवस्था बहाल करने के लिए पीएसी समेत अधिकारियों को लाठीचार्ज करना पड़ा। अधिकारियों के अनुसार, स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन वे आगे हिंसा को रोकने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
इस बीच, हत्या और इलाके में हिंसा भड़काने के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं। बताया जा रहा है कि मृतक गोपाल मिश्रा ने एक धार्मिक स्थल की छत पर जाकर वहां पर लगे हरे झंडे और बॉउंड्री वाल को गिराया। उसका ये वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है. इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी हासिल की और ज़रूरी कार्रवाई के निर्देश दिए. पुलिस CCTV की फुटेज खंगाल कर उपद्रवियों की पहचान कर रही है. इस पूरी घटना में सलमान नाक के एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, बताया जा रहा है कि गोली उसी के दूकान से चली है.
इस दौरान बहराइच ज़िले में अफवाहों का बाजार गर्म है, इसी को देखते हुए अन्तर को फिलहाल बंद कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक मृतक का परिवार अब अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गया है और मृतक के गाँव में जाने की किसी को इजाज़त नहीं है.