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Nagpur Test से पहले और कुंद हुई ऑस्ट्रेलियाई तेज़ आक्रमण की धार

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भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच 9 फरवरी को नागपुर में खेला जाना है लेकिन उससे पहले मेहमान ऑस्ट्रेलिया की टीम को झटके पर झटके लग रहे हैं, खासकर पहले टेस्ट में उनकी गेंदबाज़ी को लेकर बड़े सवाल उठ रहे हैं. ऑस्ट्रलिया के तेज़ गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क के बारे में पहले ही साफ़ हो गया था कि वो पहले टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं है, उसके बाद उनके अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ हेज़लवुड चोट की वजह से बाहर हो गए और अब खबर आयी है कि उनके हरफनमौला खिलाडी कैमरुन ग्रीन भी चोट के चलते नागपुर टेस्ट नहीं खेलेंगे. ग्रीन के बाहर होने की जानकारी स्टीव स्मिथ ने प्रेस कांफ्रेंस में दी है।

कैमरून ग्रीन बाहर

ऑस्ट्रे्लियाई के स्टार ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन को साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के दौरान उंगली में चोट लगी थी जिससे उन्हें गेंदबाज़ी करने में बहुत परेशानी हो रही थी, इस चोट के चलते उनका नागपुर टेस्ट में गेंदबाजी ना करना पहले से ही तय था लेकिन अब उप- कप्तान स्टीव स्मिथ ने उनके न खेलने की पुष्टि कर दी है. ऑस्ट्रेलिया दरअसल ग्रीन को सिर्फ एक बल्लेबाज़ के रूप में नहीं खिलाना चाहता। ऐसे में अब ऑस्ट्रेलिया पास तीन स्पिनर्स के साथ उतरने का ही विकल्प बचा है क्योंकि उनके पास कप्तान पैट कमिंस के अलावा कोई भी अनुभवी तेज गेंदबाज़ नहीं है. कमिंस के अलावा स्कॉट बोलैंड ही उनके लिए दूसरे तेज़ गेंदबाज़ की भूमिका निभाएंगे। बोलैंड के पास भी सिर्फ 6 टेस्ट मैचों का अनुभव है जिसमें उन्हें 12 विकेट मिले हैं.

टीम इंडिया उठाएगी क्या मौके का फायदा

ऑस्ट्रेलिया की टीम से तीन तेज़ गेंदबाज़ों के बाहर होने से कंगारू जहाँ परेशान होंगे वहीँ टीम इंडिया को काफी राहत मिल रही होगी। अब सबसे बड़ा सवाल है कि भारतीय टीम नागपुर में कौन सा ट्रैक चुनेगी। ऑस्ट्रलिया का तेज़ आक्रमण अब कमज़ोर हो चूका है वहीँ भारतीय तेज़ आक्रमण की बात करें तो शमी, सिराज और उमेश यादव कहीं ज़्यादा धारदार हैं तो क्या भारतीय टीम इस नयी परिस्थिति का फायदा उठाना चाहेगी या फिर स्पिनर्स को मददगार पिच पर पहले टेस्ट की शुरुआत करना चाहेगी। अगर वो ऐसा करती है तो टॉस का भूमिका बहुत ज़्यादा अहम् हो जाती है. ऑस्ट्रेलिया अगर टॉस जीतती है तो निश्चित पहले बल्लेबाज़ी करेगी। नागपुर की पिच का अबतक जो रवैया रहा है उसमें डेढ़ से दो दिन तक बल्लेबाज़ी के लिए अनुकूल माहौल रहता है. और फिर यह नहीं भूलना चाहिए कि ऑस्ट्रेलिया के पास नाथन लॉयन जैसा गेंदबाज़ है जो सपाट पिचों पर भी विकेट हासिल कर लेता है.

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