न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर 0-3 से मिली करारी हार का BCCI मूल्यांकन कर रहा है और जो खबर निकल आ रही है उनके मुताबिक डब्ल्यूटीसी चक्र की शुरुआत से पहले बोर्ड कुछ बड़े और कड़े फैसले करने जा रहा है। ख़बरों के मुताबिक इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज रोहित शर्मा, विराट कोहली, रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन में से कम से कम दो वरिष्ठ खिलाड़ियों के लिए अंतिम सीरीज हो सकती है।
रोहित से जब प्रेस कांफ्रेंस में इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “मैं ऑस्ट्रेलिया सीरीज से आगे नहीं देखूंगा। ऑस्ट्रेलिया सीरीज, हमारे लिए अब बहुत महत्वपूर्ण है। हम इसके बाद क्या होगा, इस बारे में सोचने के बजाय उस पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करेंगे। ख़बरों के मुताबिक बीसीसीआई के बड़े लोगों और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर, मुख्य कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित के बीच उम्रदराज टीम के लिए आगे के रास्ते के बारे में अनौपचारिक चर्चा हो सकती है। अगर टीम इंडिया WTC फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी तब ये बात और भी पक्की हो जाएगी।
यदि अन्य टीमें अच्छा प्रदर्शन नहीं करती हैं तो भारत बॉर्डर गावस्कर-ट्रॉफी हारने के बाद भी डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए क्वालीफाई कर सकता है। लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो अगले साल 20 जून से होने वाले इंग्लैंड दौरे लिए चयन समिति साई सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल जैसे खिलाड़ियों को दिए गए अवसरों के साथ दीर्घकालिक संभावनाओं को देखने के लिए मजबूर हो सकती है। वाशिंगटन सुंदर के अगले 10 सालों के लिए एक मजबूत संभावना के रूप में उभरे हैं.
बेहतर फिटनेस और विदेशी पिचों पर बेहतरीन बल्लेबाजी आंकड़ों के लिए जडेजा को बरकरार रखा जा सकता है, हालांकि भारतीय परिस्थितियों के लिए अक्षर पटेल के रूप में एक विकल्प मौजूद है। बल्लेबाजों की बात करें तो फरवरी 2021 से मौजूदा मैच के बीच कप्तान रोहित शर्मा ने घरेलू टेस्ट मैचों में 35 पारियों में 37.81 की औसत से चार शतकों के साथ 1210 रन बनाए, लेकिन पिछली 10 पारियों में 10 रन से कम के छह स्कोर और 20 से कम के दो स्कोर रहे हैं। इसी अवधि के दौरान, विराट कोहली ने घरेलू मैदान पर 25 पारियां खेली हैं, जिसमें 30.91 की औसत से 742 रन बनाए हैं। इसलिए कहा जा सकता है कि बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी रोहित और विराट के लिए बहुत अहम होने वाली है.