प्रयागराज। अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ हर बड़े जुर्म में एक साथ रहे। चार्जशीट में दोनों का नाम साथ-साथ लिखा गया और अब उनकी हत्या भी एक साथ और एक ही समय पर हुई। प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा के बीच आज अतीक और अशरफ का पोस्टमार्टम कराया जाएगा जिसके बाद दोनों को सुपुर्द ए खाक किया जाएगा। बता दें कि कल ही एनकाउंटर में मारे गए अतीक के बेटे असद को सुपुर्द ए खाक किया गया था। 61 साल के अतीक का 44 साल पुराना सम्राज्य 4 गोलियों ने पूरी तरह से नष्ट कर दिया। अतीक अहमद को चार गोलियां मारी गई हैं। जिनमें पहली गोली उसके सिर में लगी और वह गिर गया। इसके बाद बाकी गोली उसके छाती पर लगी हैं।
चर्चित माफियाओं में से एक अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की बीती रात प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल के पास गोली मारकर हत्या कर दी गयी। एक तांगा चलाने वाले का बेटा आखिर 17 साल में ही हत्यारा क्यों बन बैठा। वक्त के साथ आखिर ऐसा क्या हुआ कि उसने जरायम की दुनिया में अपना सिक्का चलाना शुरू कर दिया।
राजू पाल की हत्या में आया नाम
इसके बाद नाटकीय ढंग से विधायक राजूपाल का अपहरण हुआ और फिर उसकी हत्या कर दी गयी। इस मामले में अशरफ और अतीक को आरोपी बनाया गया और उन्हें पकड़ भी लिया गया। इस मामले में ही मुख्य गवाह उमेश पाल की 24 फरवरी को गोली मरकर धूमनगंज में हत्या कर दी गयी थी, जिसमें अतीक और अशरफ आरोपी हैं। वहीं उसका बेटा हाल ही में एनकाउंटर में झांसी में मारा गया है।
राजू पाल की हत्या के बाद शुरू हुई थी उल्टी गिनती
साल 2005 में 25 जनवरी की दोपहर बीएसपी के तत्कालीन विधायक राजू पाल की बीच सड़क पर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड का आरोप बाहुबली अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ पर लगा था। उस दिन अपराधियों ने घात लगाकर कई राउंड गोली चली थी जिसमे राजू पाल की मौत हो गयी थी। उसी दिन से अतीक अहमद की उल्टी गिनती शुरू हो गयी थी।