अमित बिश्नोई
महासंग्राम का मैदान सज चुका है, सेनाएं आपस में भिड़ने को तैयार हैं, बस रणभेरी बजने की देर है जो कल यानि 14 अक्टूबर 2023 को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में नीले समंदर के बीच बजेगी। मुकाबला उन दो सेनाओं के बीच होगा जिसमें से एक सेना 1992 से अबतक लगातार 7 युद्धों में विजय पताका फहराती आयी है और आठवीं बार भी उस सिलसिले को बरक़रार रखने के लिए कमर कसे हुए है वहीँ दूसरी सेना 42 वर्षों से उस दिन का इंतज़ार कर रही जिस दिन उसे अपनी पहली फतह नसीब हो. जी हाँ मुकाबला दुनियाए क्रिकेट की दो सबसे बड़े चिरप्रतिद्वन्दियों भारत और पाकिस्तान के बीच है, मुकाबला आठवीं जीत बनाम पहली कामयाबी के बीच है. दोनों ही टीमें इस महासंग्राम में अबतक अविजित और आत्मविश्वास से लबरेज़ हैं, दोनों ही टीमों ने अपने पिछले मैच में कई विश्व रिकॉर्ड ध्वस्त किये हैं.
भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जाने वाला हर मुकाबला चरम रोमांच वाला होता, हालाँकि कभी कभी मैच का नतीजा एकतरफा भी होता है और कभी जबड़े से जीत छीन ली जाती है. इस विश्व कप में जहाँ अबतक नीरस और एकतरफा मैच खेले जा रहे हैं, उम्मीद की जा सकती है कि इस मैच के बाद शायद ढर्रा बदले और रोमांचक मैचों का सिलसिला शुरू हो. भारत हो या पाकिस्तान या फिर किसी तीसरे देश का क्रिकेट फैन, सभी चाहते हैं कि इन दोनों टीमों के बीच मुकाबले कांटे का खेला जाय ताकि मैच के रोमांच का मज़ा लिया जाय जिसका वो वर्षों से इंतज़ार करते हैं, ऐसे में एशिया कप जैसे एकतरफा नतीजे किसी भी क्रिकेट प्रशंसक को निराश कर सकते हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच कल का मैच रोमांचक होना इस विश्व कप के लिए भी बहुत ज़रूरी है वरना आगे के मैचों में भी दर्शकों में नीरसता बनी रहेगी।
बात अगर टीमों की तैयारियों की करें तो दोनों ही टीमें अपने पहले दोनों मैच जीत चुकी हैं और आत्मविश्वास के घोड़े पर सवार हैं. भारत ने जहाँ विश्व कप की मज़बूत दावेदार ऑस्ट्रेलिया को आसानी से 6 विकेट से हराकर विजयी शुरुआत की और बाद में अफ़ग़ानिस्तान को बुरी तरह रौंदा, वहीँ पाकिस्तान ने कमज़ोर नीदरलैंड और श्रीलंका को हराकर एशिया कप में अपने हार के सिलसिले को रोका। भारत की अगर बात करें तो बकौल कप्तान रोहित शर्मा सारे लड़के अच्छे रिदम में हैं, बड़ी खबर ये है कि शुभमन गिल 99 प्रतिशत फिट हैं और इस बात की पूरी उम्मीद है कि कल वो रोहित के साथ पारी शुरू करते हुए नज़र आ सकते हैं। इतने बड़े मैच से शुभमन का स्वस्थ होना एक शुभ संकेत माना जायेगा।
इसका मतलब ईशान किशन को बाहर बैठना होगा। बल्लेबाज़ी में इसके अलावा कोई बदलाव होना बहुत मुश्किल है, गेंदबाज़ी में ज़रूर कुछ हो सकता है, नरेंद्र मोदी स्टेडियम में तीन स्पिनर्स या तीन पेसर, पिछले मैच में पिटने वाले सिराज या फिर मोहम्मद शामी, मतलब कुछ बड़ा बदलाव नहीं और पाकिस्तान टीम में भी यही हो सकता है, हो सकता है कि उनके स्पिन आक्रमण में कुछ बदलाव हो. ऑन पेपर जब हम दोनों टीमों पर नज़र डालें तो निश्चित रूप से भारत का पलड़ा भारी नज़र आता है, सिर्फ पेपर पर ही नहीं मैदान पर भी टीम इंडिया ने खुद को साबित कर दिखाया है, बल्लेबाज़ों ने भी और गेंदबाज़ों ने भी, वहीँ पाकिस्तान का टॉप आर्डर और कप्तान बाबर आज़म लगातार बल्ले से नाकाम हो रहे हैं, नसीम शाह के न होने से उनकी वर्ल्ड क्लास गेंदबाज़ी अब थर्ड क्लास नज़र आती है. अबतक दोनों ही मैचों में उनके मुख्य गेंदबाज़ शाहीन और रऊफ अपनी लाइन और लेंथ ढूंढ रहे हैं, शाहीन तो स्पीड भी तलाश रहे हैं, दोनों ही गेंदबाज़ों की जमकर धुनाई हो रही है, स्पिन आक्रमण उनका पहले से ही नाकाम चल रहा था, शादाब खान आज भी अपना टप्पा तलाश रहे हैं.
ऐसे में पाकिस्तान का ये आक्रमण भारतीय बल्लेबाज़ों को कितना चैलेंज दे पायेगा, देखने वाली बात होगी। पाकिस्तान ने अपने दोनों मैच अपने मिडिल आर्डर या फिर कह सकते हैं कि मोहम्मद रिज़वान की वजह से जीते जो दोनों ही मैचों में टीम के लिए एक दीवार बनकर खड़े हो गए. वहीँ अगर भारतीय बल्लेबाज़ों की बात करें तो टॉप आर्डर अपने टॉप फॉर्म में है, मिडिल आर्डर ज़बरदस्त सपोर्ट दे रहा है, लोवर मिडिल आर्डर अभी परखा नहीं गया, ज़रुरत ही नहीं पड़ी, वहीँ गेंदबाज़ी में बुमराह एकमात्र तेज़ गेंदबाज़ हैं जिनको बल्लेबाज़ सम्मान दे रहे हैं, जो सम्मान नहीं दे रहा है वो पवेलियन में बैठकर मैच देख रहा है, जड्डू और कुलचा ने दोनों ही मैचों में शानदार गेंदबाज़ी की है. बस अब ज़रुरत इसी टेम्परामेंट की है, सामने आठवीं जीत टीम इंडिया का इंतज़ार कर रही है.