ऋषिकेश। अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) में अंकिता को न्याय दिलाने की लड़ाई में अब संत भी आ गए हैं. इसके लिए संत अब कानूनी लड़ाई भी लड़ सकते हैं.आपको बता दें कि पिछले 41 दिन से कोयल घाटी ऋषिकेश में युवा न्याय संघर्ष समिति का धरना चल रहा है जबकि 7 दिन से आमरण अनशन पर लोग बैठे हुए हैं.
अंकिता भंडारी (Ankita Bhandari Murder Case) को न्याय दिलाने के लिए चल रही युवा एवं न्याय संघर्ष समिति के आंदोलन को अब संतों का साथ भी मिलना शुरू हो गया है मंगलवार को कोयल घाटी ऋषिकेश में चल रहे आंदोलन को समर्थन देने के लिए मातृ सदन के स्वामी शिवानंद सरस्वती अपने भक्तों के साथ धरना स्थल पर पहुंचे. जहां उन्होंने इस संघर्ष को अपना समर्थन देते हुए कहा कि उन्हें सरकार से कोई उम्मीद नहीं है लेकिन वें अंकिता भंडारी को न्याय दिला कर रहेंगे. इसके लिए वें हर संघर्ष के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि मेरा न्याय संघर्ष समिति के मंच पर आने का एक मुख्य कारण यह है कि सरकार समझ जाए कि यहाँ इस लड़ाई में युवा न्याय संघर्ष समिति के लोग अकेले नहीं है हम उनके साथ हैं.
आरोपियों का हो नारको टेस्ट
अंकिता के पिता ने कहा कि हम युवा न्याय संघर्ष समिति के धरने को पूर्ण समर्थन देते हुए कहा कि मैं सरकार से अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने की मांग करता हूँ साथ ही सरकार से वीआईपी का नाम उजागर करने की मांग व तीनों दोषियों का नारको टेस्ट करवाने व सीबीआई जांच की मांग करते हैं ताकि जो आज हमारी बेटी के साथ हुआ है आगे किसी और बेटी के साथ ना हो, अंकिता के पिता ने युवा संघर्ष समिति के संयोजक मंडल व सदस्यों सहित उत्तराखण्ड आंदोलन कारियों का बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं कि आपने उत्तराखण्ड की बेटी को न्याय दिलाने के लिये की आवाज़ उठाई और मैं आपको आश्वासन देता हूं कि कोशिश करूँगा कि इस आंदोलन में कल से या 26 नवम्बर से आप के साथ धरने पर बैठ कर इस सरकार व न्यायालय से इंसाफ की मांग करूंगा।