समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को योगी सरकार पर महाकुंभ में हुई भगदड़ में मरने वालों की संख्या छिपाने का आरोप लगाया। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से महाकुंभ में प्रभावित श्रद्धालुओं को चिकित्सा सेवा, भोजन और कपड़े उपलब्ध कराने को भी कहा। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब बुधवार को महाकुंभ के संगम क्षेत्र में भगदड़ मचने से कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 60 लोग घायल हो गए। इस दौरान लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या के अवसर पर पवित्र स्नान करने के लिए जगह पाने के लिए संघर्ष कर रहे थे।
महाकुंभ में व्यवस्थाओं के संबंध में राज्य सरकार को सुझाव देते हुए अखिलेश यादव ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि भोजन और पानी के लिए दिन-रात विभिन्न स्थानों पर ढाबे खोलने और भंडारे आयोजित करने की अपील की जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि स्वयंसेवकों के दोपहिया वाहनों के माध्यम से दूरदराज के क्षेत्रों में फंसे लोगों तक राज्य भर से चिकित्सा और पैरामेडिकल स्टाफ को पहुंचाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
बता दें कि मौनी अमावस्या के दिन महाकुम्भ में दो जगहों पर भगदड़ की घटनाएं हुई थी जिनमें सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 37 लोगों की जान गयी थी, हालाँकि अनाधिकारिक संख्या इससे कहीं ज़्यादा बताई जा रही है. योगी सरकार ने इन घटनाओं को भी शुरू में मानने से इंकार किया था लेकिन जब सबकुछ लोगों के सामने आ गया तब उन्हेंमौतों की बात स्वीकार करनी पड़ी.