राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद् प्रस्ताव पर बोलते नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी ने कल अपने भाषण से प्रधानमंत्री मोदी समेत पूरे सत्ता पक्ष को विचलित कर दिया था वहीँ आज इंडिया अलायन्स के दूसरे मुख्य घटक समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सत्तापक्ष पर शायराना हमला किया। अखिलेश यादव ने कहा हुज़ूरे आला आजतक बैठे हैं इसी गम में, महफ़िल लूट ले गया कोई जो सजाई हमने। अखिलेश ने सत्ता पक्ष की तरफ देखते हुए कहा कि ऐसा लगता है जैसे सदन में हारी हुई सरकार बैठी है.
अखिलेश यादव ने एक बार ईवीएम पर अविश्वास जताते हुए कहा कि जब आदर्श आचार संहिता लागू हुई थी, तब हमने देखा कि चुनाव आयोग कुछ लोगों पर बहुत मेहरबान था। अखिलेश ने सवाल उठाया कि अगर वह संस्था निष्पक्ष होगी तो भारत का लोकतंत्र मजबूत होगा। उन्होंने आगे कहा कि मुझे आज भी ईवीएम पर भरोसा नहीं है। भले ही मैं सभी 80 सीटें जीत लूं। ईवीएम का मुद्दा हमारे लिए कभी खत्म नहीं होगा, हम ईवीएम से जीतेंगे और ईवीएम को हटाएंगे। अखिलेश ने कहा कि अब सरकार जनता की मर्जी से चलेगी न कि जनता की मर्जी से। उन्होंने कहा कि यह संविदा की जीत है क्योंकि संविधान ही जीवन रक्षक है। अखिलेश यादव ने जाति जनगणना का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भारत और पीडीए इस मुद्दे को दबने नहीं देंगे, हम जाति जनगणना के लिए सरकार पर दबाव बनाते रहेंगे, अखिलेश ने अग्निवीर योजना को लेकर भी सरकार को घेरा और कहा कि अग्निवीर योजना के सहारे सीमा की सुरक्षा नहीं हो सकती। जब भी भारत ब्लॉक सत्ता में आएगा, अग्निवीर योजना को खत्म करने का काम करेगा।
अखिलेश ने कहा कि पीएम ने जिस गांव को गोद लिया था, उसकी तस्वीर नहीं बदली है. 10 साल में वहीं कच्ची पगडंडियां हैं, वही टूटी सड़कें हैं. पता नहीं उन्हें नाम भी याद होगा या नहीं. मैं उनका नाम पूछकर उन्हें शर्मिंदा नहीं करूंगा. जिसे गोद लिया है, उसे अनाथ छोड़ देना अच्छी बात नहीं है. अखिलेश यादव ने कहा कि बनारस के लोग गंगाजी तक क्योटो की फोटो ढूंढ रहे हैं. शायद जिस दिन गंगाजी साफ हो जाएंगी, क्योटो गंगाजी की गोद से बाहर आ जाएगा. स्मार्ट सिटी को लेकर सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि बारिश की शुरुआत में ही सड़कों पर नावें आ गई हैं. अखिलेश ने कहा कि ऐसा लगता है कि एक हारी हुई सरकार सत्ता में है. जनता कह रही है कि यह ऐसी सरकार है जो चलेगी नहीं, बल्कि गिरेगी.