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रामपुर से मस्जिद के इमाम को अखिलेश ने बनाया प्रत्याशी, हल हुआ मुरादाबाद का संकट

akhilesh

कल रात से मुरादाबाद और रामपुर में उम्मीदवारी को लेकर समाजवादी पार्टी में घमासान मचा हुआ था, आज नामांकन का अंतिम दिन है. मुरादाबाद से दो दो लोगों ने पर्चे दाखिल कर दिए है. मौजूदा सांसद और घोषित उम्मीदवार एसटी हसन ने कल ही परचा भर दिया था और आज आज़म खान की करीबी रुचिवीरा ने भी नामांकन कर दिया है. कल से ये खबर थी कि एसटी हसन का टिकट काटकर रुचिवीरा को दे गया है लेकिन अंत में सबकुछ सेटल हो गया. रुचिवीरा के नामांकन के बावजूद एसटी हसन ही सपा के उम्मीदवार रहेंगे।

वहीँ रामपुर में भी उम्मीदवारी को लेकर घमासान मचा हुआ था, आजम खान अखिलेश पर दबाव दाल रहे थे रामपुर से चुनाव लड़ने के लिए. रामपुर में आज़म के समर्थक चुनाव के बॉयकॉट की धमकी दे रहे थे, सपा के जिला अध्यक्ष और आज़म खान के करीबी आसिम रज़ा ने नॉमिनेशन पेपर भी खरीद लिया था लेकिन अखिलेश यादव ने दिल्ली की संसद वाली मस्जिद के इमाम, जिनका ताल्लुक रामपुर से ही है, को उम्मीदवार बनाकर मामले को शांत कर दिया। इमाम मोहिबुल्ला नदवी रामपुर की स्वार तहसील के मोहिबुल्लाह गांव से सम्बन्ध रखते है. इस तरह अब रामपुर से मोहिबुल्ला नदवी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी होंगे।

बता दें कि मुरादाबाद और रामपुर दोनों की लोकसभा क्षेत्र में चुनाव पहले चरण यानि 19 अप्रैल को है. ऐसे में नामांकन करने की अंतिम तारीख तक उम्मीदवारी को लेकर हुई सिर फुटव्वल सपा की सेहत के लिए सही नहीं कही जा सकती। मुरादाबाद में कल सपा समर्थकों के बीच आपस में जो तनाव दिखा वो इतनी आसानी से ख़त्म होने वाला नहीं और कहीं न कहीं इसका खामियाज़ा एसटी हसन को चुकाना पड़ सकता है, वहीँ रामपुर से एक इमाम को उम्मीदवार बनाकर अखिलेश ने फिलहाल तो मामले को शांत कर दिया क्योंकि अखिलेश जानते थे कि मुस्लिम बाहुल्य रामपुर में एक मस्जिद के इमाम का विरोध करना आज़म के समर्थकों के लिए भी मुश्किल है.

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