लोकसभा चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल द्वारा अचानक पद से इस्तीफा देने पर रविवार को समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि इससे पता चलता है कि चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था पर आखिर किसका दबाव है? बता दें कि अरुण गोयल ने कल शाम निर्वाचन आयुक्त पद से बिना कोई कारण बताये अचानक इस्तीफा दे दिया था, हालाँकि उनका कार्यकाल 2027 तक था और उनके पास अगला CEC बनने का मौका था क्योंकि मौजूदा CEC कुछ ही महीनों में रिटायर होने वाले थे.
चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के इस्तीफे पर पूछे गए सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आखिर चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था पर लोकसभा चुनाव से पहले किसका दबाव है। सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा सरकार में ऐसा कई बार हो चूका है जब दबाव डालकर अधिकारी को नौकरी छोड़नी पड़ी, चुनाव आयुक्त को छोड़कर जाना पड़ा।
आजमगढ़ में पीएम मोदी द्वारा विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण को दिखावा बताते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव आ गया है इसलिए दिखाना है कि हमने काम किया है। वह दूसरे के कामों को अपना काम बता रहे हैं। अखिलेश ने पूछा कि आजमगढ़ और मुरादाबाद में हवाई अड्डों का निर्माण नेताजी और समाजवादी पार्टी ने करवाया था और उनका उद्घाटन आज प्रधानमंत्री कर रहे हैं। अखिलेश ने सवाल किया कि आखिर कबतक बीजेपी सरकार दूसरों के काम का ही उद्घाटन करती रहेगी, वो अपने विकास कार्यों का उद्घाटन कब करेगी? अखिलेश ने कहा कि जिस बड़े पैमाने पर शिक्षकों की भर्ती होनी चाहिए थी नहीं हो पा रही है। जितनी भी परीक्षाएं हुई हैं सब पर उंगली उठी है और अंत में परीक्षाएं रद्द करनी पड़ीं। अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर पेपर लीक करवाती है ताकि उसे बेरोज़गार नौजवानों को नौकरी ना देनी पड़े। लेकिन इस बार प्रदेश का युवा भाजपा का उत्तर प्रदेश से सफाया करेगा।