संडे मिडडे में छपी खबर और सोशल प्लेटफॉर्म एक्स के मालिक एलन मस्क की एक पोस्ट के बाद आज अचानक EVM पर चर्चा होने लगी. पहले कांग्रेस पार्टी और राहुल समेत उसके कई नेताओं ने EVM को लेकर सरकार को घेरना शुरू किया और फिर इसमें समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी जुड़ गए और उन्होंने भी EVM की विश्वसनीयता पर सवाल उठा दिया, बता दें कि संडे मिडडे और एलन मस्क दोनों ने EVM पर सवाल उठाये हैं। मस्क ने साफ़ तौर पर कह दिया कि AI टेकनोलोजी के ज़रिये EVM को हैक किया जा सकता है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बहस में हिस्सा लेते हुए राहुल गाँधी की बात का समर्थन किया और आगामी सभी चुनाव मतपत्रों के जरिये कराने की मांग की है। अखिलेश ने अपने “एक्स” अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा, ‘टेक्नॉलजी’ समस्याओं को दूर करने के लिए होती है अगर वही मुश्किलों की वजह बन जाए, तो उसका प्रयोग बंद कर देना चाहिए।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि आज जब विश्व के कई चुनावों में ईवीएम को लेकर गड़बड़ी की आशंका जाहिर की जा रही है और दुनिया के जाने-माने टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स ईवीएम में हेराफेरी के खतरे की ओर खुलेआम लिख रहे हैं तो फिर ईवीएम के इस्तेमाल की जिद के पीछे की वजह क्या है, इस बात को भाजपाई साफ करें। अखिलेश ने आगामी सभी चुनाव बैलेट पेपर से कराने की अपनी मांग को हम फिर दोहराते हैं।
बता दें कि अखिलेश यादव पहले भी EVM की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते रहे हैं। हालांकि इस लोकसभा चुनाव में इन्ही EVM के ज़रिये उत्तर प्रदेश में सपा ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। सपा की सीटें पांच से बढ़कर 37 हो गयी और सहयोगी कांग्रेस को छह सीटों पर जीत मिली। वहीं सत्तारूढ़ भाजपा की सीटें 62 से घटकर 33 हो गयीं ।