अहमदाबाद में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा और अंतिम टेस्ट आज शुरू हुआ जिसमें खेल का पहला दिन उस्मान ख़्वाजा के नाम रहा। उन्होंने अपने धैर्य, टेंपरामेंट और स्पिन खेलने की क्षमता की बदौलत दिखाया कि वह वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ एशियाई सरज़मीं के बल्लेबाज़ हैं। कुल मिलाकर यह दिन ऑस्ट्रेलिया के नाम कहा जा सकता है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को पहले घंटे में उनके सलामी बल्लेबाज़ों ट्रैविस हेड और उस्मान ख़्वाजा ने बेहतरीन शुरुआत दी। हालांकि दूसरे घंटे में भारत ने दो विकेट निकालकर वापसी के संकेत दिए। दूसरे सत्र में जब भारत को कोई विकेट नहीं मिला तो फिर लगा कि यह दिन ऑस्ट्रेलिया का है। चाय के बाद भारत ने ज़रूर दो विकेट निकालकर कुछ उम्मीद बंधे लेकिन कैमरून ग्रीन के साथ मिलकर उस्मान ख़्वाजा ने दिन का खेल ख़त्म होने तक एक मज़बूत पोजीशन में ज़रूर पहुंचा दिया।
ऑस्ट्रेलिया को मिली ठोस शुरुआत
टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने बल्लेबाज़ी का फैसला करने में कोई हिचक नहीं दिखाई। शुरुआत भी उनकी काफी अच्छी रही और पहले विकेट के ट्रैविस हेड और उस्मान ख्वाजा के बीच 61 रनों की साझेदारी हुई. यहाँ पर ट्रेविस हेड कुछ आक्रमक नज़र आने लगे थे और इसी आक्रमकता में वो अश्विन की गेंद पर जडेजा को कैच दे बैठे। ट्रेविस हेड ने 32 रन बनाये। भारत को जल्द ही दूसरी सफलता मोहम्मद शामी ने दिलाया और मात्र तीन रन के व्यक्तिगत स्कोर पर मार्नस लाबुशेन चलते बने. इसके बाद उस्मान ख्वाजा ने कप्तान स्टीव स्मिथ के साथ स्कोर को आगे बढ़ाना शुरू किया। दोनों ही खिलाड़ी धैर्य और संयम के साथ खेल रहे थे. दोनों के बीच 79 रनों की साझेदारी हो चुकी तभी 151 के स्कोर पर स्मिथ जडेजा की गेंद को विकटों में खेल गए. स्मिथ ने 38 रन बनाये.
कंगूरों को जल्द समेटना होगा
मोहम्मद शामी ने जल्द ही टीम को चौथी सफलता तब दिलाई जब 171 के स्कोर पर उन्होंने पीटर हैंड्सकॉम्ब का डंडा उखाड़ दिया। पीटर हैंड्सकॉम्ब ने 17 रन बनाये। इसके बाद उस्मान का साथ देने कैमरून ग्रीन आये और स्टंप्स तक ऑस्ट्रेलिया के स्कोर को चार विकेट पर 255 रनों तक पहुंचा दिया। इस बीच उस्मान ख्वाजा ने ऑस्ट्रेलिया के लिए श्रंखला का पहला सैकड़ा जमाया। उस्मान ख्वाजा 104 और कैमरून ग्रीन 49 पर नाबाद लौटे हैं. भारत के लिए मोहम्मद शामी ने दो विकेट हासिल किये वहीँ अश्विन और जडेजा को एक विकेट प्राप्त हुआ है. ऑस्ट्रेलिया के पास अभी एलेक्स कैरी के रूप में विशुद्ध बल्लेबाज़ मौजूद है, स्टार्क भी अच्छी खासी बल्लेबाज़ी कर लेते हैं। उस्मान ख्वाजा और कैमरून ग्रीन ने काफी समय विकेट पर गुज़ारा है. कल वो तरोताज़ा होकर मैदान पर उतरेंगे, ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि भारतीय गेंदबाज़ ऑस्ट्रेलिया की बची हुई बल्लेबाज़ी को कितना जल्दी समेटते हैं, क्योंकि कंगारू अगर स्कोर में डेढ़ सौ रन और जोड़ गए तो भारत पर दबाव बढ़ सकता है.