बुलडोज़र को लेकर योगी आदित्यनाथ और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच लगातार द्वन्द जारी है. दोनों नेताओं के बीच पलटवार भी जारी है. अब ताज़ा पलटवार में अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री ने योगी आदित्यनाथ को अपनी अलग पार्टी बनाने और बुलडोज़र चुनाव चिन्ह रखने की सलाह दे दी. दरअसल योगी जी ने अखिलेश के एक बयान पर कहा था कि बुलडोज़र चलाना सबके बस की बात नहीं।
सपा प्रमुख ने योगी जी की इस बात का जवाब देते हुए कहा कि अगर आपको बुलडोज़र पर इतना ही भरोसा है तो फिर अपनी नई पार्टी बनाकर बुलडोज़र को अपना चुनाव चिन्ह बना लीजिये और चुनाव के मैदान में उतर जाइये, फिर देखिये आपका घमंड कैसे टूटता है। अखिलेश ने आगे कहा कि योगी जी को आज नहीं तो कल अपनी पार्टी बनानी ही पड़ेगी, वैसे भी इन दिनों योगी जी के जो हालात उसमें पार्टी में रहते हुए भी उनकी स्थिति नहीं के बराबर है.
इस बहस की शुरुआत अखिलेश यादव के उस बयान से हुए जब अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद कहा कि 2027 में सपा की सरकार बनने के बाद बुलडोजर का रुख गोरखपुर की तरफ मोड़ दिया जायेगा. जिसपर भड़कते हुए मुख्यमंत्री योगी ने अखिलेश को दंगाइयों के आगे नतमस्तक होने वाला बताते हुए कहा कि बुलडोज़र वहीँ चला सकता है जिसमें दंगाइयों से अपराधियों से लड़ने की क्षमता और सामर्थ्य होना चाहिए। योगी ने कहा कि बुलडोज़र चलाना सबके बस की बात नहीं है. अखिलेश ने बुलडोज़र का मुंह गोरखपुर की तरफ मोड़ने की बात मंगलवार को पार्टी हेडक्वार्टर में पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए ये बात कही थी. अखिलेश ने कहा कि बुलडोजर में दिमाग नहीं होता, स्टीरिंग होता है. जो बुलडोजर की बात करते हैं, वह बताएं कि क्या मुख्यमंत्री आवास का नक्शा पास है.