Gujarat Chunavi Dangal : जहरीली शराब से अब तक हो चुकी 35 की मृत्यु, बढ़ रहा मरने वालों का आंकड़ा

अहमदाबाद। गुजरात के बोटाद जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की 35 पहुंच गई है। जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। राज्य के पुलिस मुखिया आशीष भाटिया के मुताबिक शराबकांड का असली आरोपी जयेश खवाड़िया है। जो सुपरवाइजर के रूप में एएमओएस कंपनी में काम कर रहा है। कंपनी औद्योगिक शराब (मिथाइल अल्कोहल) का कारोबार करती है। डीजीपी के मुताबिक जयेश ने कंपनी के गोदाम से मिथाइल अल्कोहल को चुराकर भाई को सौंप दिया था। जिसे उसके भाई ने गांव में कई जगह बेचा। जांच में सामने आया कि लोगों ने जहरीली शराब नहीं बल्कि नशे के लिए केमिकल (मिथाइल अल्कोहल) को सीधे पानी में मिलाकर पी लिया। एफएसएल रिपोर्ट में जहरीली शराब के नमूने में मिथाइल अल्कोहल पाया है। पुलिस ने गिरफ्तार दोनों भाइयों से 460 लीटर मिथाइल अल्कोहल बरामद किया है। डीजीपी गुजरात ने माना कि रसायन के कारण लोगों की मौत हुई। पुलिस ने 14 लोगों के खिलाफ हत्या और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
अधिकतर आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। बड़ी संख्या में लोग भावनगर अस्पताल में भर्ती हैं। जिनका उपचार चल रहा है। इनमें से एक दर्जन लोगों की हालत गंभीर बताई है। जबकि 10 लोग डायलिसिस पर जिंदगी मौत से जूझ रहे हैं। पुलिस ने अहमदाबाद, वडोदरा,सूरत और मेहसाणा जिलों में छापे मारकर देसी शराब बनाने का कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की है। पुलिस ने जगह-जगह देसी शराब की भट्ठों को तोड़ दिया और सैकड़ों लीटर शराब सड़कों पर बहा दी है।
बता दें कि राज्य के बोटाद के नभोई चौकड़ी के पास अवैध रूप से बेची देशी शराब पीकर घर लौटे लोगों की हालत कुछ घंटों में खराब हो गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर तुरंत ही 10 लोगों की मौत हो गई थी। उसके बाद से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। हादसे की जानकारी के बाद भावनगर रेंज आइजी अशोक यादव और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। रेंज के आइजी ने बताया कि घटना की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया गया है।