Auto retail sales: वित्त वर्ष की पहली छमाही में ट्रैक्टर सेगमेंट की बिक्री 20 प्रतिशत बढ़कर 444,340 यूनिट हुई है। इसी के साथ यह H1FY23 की बिक्री के आंकड़ों को पार कर गई। जो 389,815 रही थी। देश में वाहनों की रिटेल बिक्री में वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही (H1) में अप्रैल से सितंबर के दौरान सालाना आधार पर (YoY) 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के मुताबिक जारी किए गए डेटा में कहा है कि यह सुधार दोपहिया वाहनों सहित सभी ऑटोमोबाइल्स कैटेगरी जैसे तिपहिया (3W), कमर्शियल वाहन (CV), पैसेंजर वाहन (PV) और ट्रैक्टर में देखने को मिला है। बता दें कि इस छमाही के दौरान तिपहिया और पैसेंजर दोनों वाहन सेगमेंट में रिकॉर्ड संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है।
इस अवधि में संचयी बिक्री(cumulative sales) 11.07 मिलियन यूनिट हुई है। जबकि 2022-23 की पहली छमाही यह 10.17 मिलियन यूनिट रही थी। दिलचस्प है कि यह वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही (H1FY22) के मुकाबले 38 प्रतिशत और और वित्तीय वर्ष 21 की पहली छमाही (H1FY21) के मुकाबले 82 प्रतिशत ज्यादा है। इस दौरान, दोपहिया, तिपहिया, कमर्शियल व्हीकल, पैसेंजर व्हीकल और ट्रैक्टर की बिक्री में 7 फीसद, 66 फीसद, 3 फीसद, 6 फीसदी और 14 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
बदल रहा ऑटो सेक्टर बिक्री का माहौल
FADA अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा है कि भारत में ऑटो रिटेल सेक्टर ने विभिन्न वाहन कैटेगरीज में बाधाओं और बेहतर परफॉर्मेंस के बीच पॉजिटिव उम्मीद के साथ यात्रा शुरू की है। अप्रैल के ओवरऑल व्हीकल रिटेल में मामूली 4 प्रतिशत की गिरावट न केवल ऑटोमोटिव बाजार के डायनॉमिक नेचर को दिखा रही है बल्कि धीरे-धीरे सुधार और ग्रोथ भी बढ़ी है। जो कि अगले माह में सामने आएगी। सितंबर में सालाना आधार पर 20 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
दोपहिया वाहन सेगमेंट बिक्री 7.82 मिलियन यूनिट
थ्री-व्हीलर सेगमेंट ने वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही (H1FY24) में रिकॉर्ड-तोड़ 533,353 यूनिट्स देखी गईं। जो वित्त वर्ष 23 की पहली छमाही (H1FY23) 321,964 यूनिट्स और वित्त वर्ष 2019 की पहली छमाही के आंकड़े 358,187। से बेहतर प्रदर्शन कर रही थीं। दूसरी ओर, दोपहिया वाहन सेगमेंट बिक्री 7 प्रतिशत से बढ़कर 7.82 मिलियन यूनिट हो गई है। जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 7.31 मिलियन थी। हालांकि, टू व्हीलर सेगमेंट दबाव में है। यह अभी 9,727,200 यूनिट्स के H1FY19 के रिकॉर्ड से दूर है।